(India’s Defense Preparedness: Siliguri Corridor and the Challenge of Three Front War)
आज हम बात करेंगे भारत की रक्षा तैयारी (India’s defense preparedness) के बारे में, खासकर उस महत्वपूर्ण क्षेत्र के बारे में जिसे हम सिलीगुड़ी कॉरिडोर (Siliguri Corridor) के नाम से जानते हैं। आपने शायद इसे “चिकन नेक” (chicken neck) भी सुना होगा। यह एक पतला सा ज़मीनी रास्ता है जो भारत के मुख्य भूभाग को उत्तर-पूर्वी राज्यों से जोड़ता है। ज़ाहिर है, इसकी सुरक्षा भारत के लिए बहुत मायने रखती है।
हाल ही में, भारतीय सेना ने इस क्षेत्र की सुरक्षा को और भी मज़बूत करने के लिए एक बड़ा रक्षा युद्धाभ्यास (defense exercise) किया, जिसे तीस्ता प्रहार (Teesta Prahaar) नाम दिया गया। इस एक्सरसाइज में हमारी सैन्य क्षमता और तैयारी का प्रदर्शन किया गया। यह इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि हमें अपने पड़ोसी देशों, खासकर भारत-चीन सीमा (India-China border) और भारत-पाकिस्तान सीमा (India-Pakistan border) पर हमेशा सतर्क रहना होता है।
तीन मोर्चों पर युद्ध की चुनौती (The Challenge of a Three-Front War)
अब सवाल यह उठता है कि क्या भारत “तीन मोर्चों पर युद्ध” (three front war) की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है? यह एक बहुत ही जटिल सवाल है।
- एक तरफ, हमारी सेना लगातार अपनी क्षमताओं को बढ़ा रही है, नए हथियार और तकनीक शामिल कर रही है।
- वहीं दूसरी तरफ, भू-राजनीति (geopolitics) हमेशा बदलती रहती है, और हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होता है।
सिलीगुड़ी कॉरिडोर का सामरिक महत्व (Strategic Importance of the Siliguri Corridor)
सिलीगुड़ी कॉरिडोर (Siliguri Corridor) सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। अगर किसी कारणवश इस कॉरिडोर पर खतरा आता है, तो यह हमारे उत्तर-पूर्वी राज्यों से संपर्क को काट सकता है। इसीलिए, इस क्षेत्र की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। तीस्ता प्रहार एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य (The main objective of the Teesta Prahaar exercise) यही था कि हमारी सेना हर तरह की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहे।
भारत की शांति और सुरक्षा की प्रतिबद्धता (India’s Commitment to Peace and Security)
भारत हमेशा से ही शांतिप्रिय देश रहा है, लेकिन अपनी सीमाओं की सुरक्षा और अखंडता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। हम लगातार अपनी सैन्य तैयारी (military preparedness) को बेहतर बना रहे हैं ताकि किसी भी तरह के खतरे से निपटा जा सके।
तो दोस्तों, यह थी भारत की रक्षा तैयारी और सिलीगुड़ी कॉरिडोर के महत्व पर एक छोटी सी चर्चा। उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।
आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट में हमें बताएं!
Leave a Reply